आओ अंगदान करें .... मृतशरीर को जलाना/दफनाया जाना केवल रूढ़िवादी परम्परा है
एतद्द्वारा मैं (हुलेश्वर जोशी) अपने परिजनों, रिस्तेदारों, और मित्रों से आग्रह करता हूँ, कि भविष्य में जब मेरी मृत्यु हो तो कृपया इस संबंध में सर्वप्रथम अविलम्ब चिकित्सा विभाग को सूचित करने की कृपा करें, ताकि मेरा मृत्यु सार्थक हो सके।
अंगदान सबसे बड़ा जीवन दान है कई लोगों को जीवन दे सकती है, इसलिए आपसे भी अनुरोध है कि आज ही National Organs and Tissues Transplant Organization, Ministry of Health and Family Welfare, Govt of India के वेबसाइट http://notto.nic.in/ में जाकर मृत्यु पश्चात अंगदान का संकल्प लें।
मैंने अपने मृतशरीर को व्यर्थ जलने /दफन होने से बचाया है, यह रूढ़िवादी परंपरा को खत्म करने का मेरा एक छोटा सा प्रयास है। आइये सब मिलकर इस रूढ़िवादी परंपरा को खत्म करें।
ज्ञातव्य हो, कि मैंने आज 24/01/2018 को मृत्यु उपरांत अपने शरीर के समस्त Organs एवम Tissues को दान कर दिया है।
मैंने अंगदान किया, इसे शेयर करना अच्छी बात है। यह बहुत अच्छा होता कि आप स्वयं अंगदान कर लें।
मेरे अंगदान की सूचना देते हुए ज्ञात हुआ कि मुझसे पहले लगभग देशभर के 1लाख से अधिक लोगों ने अंगदान का संकल्प लिया है, जिसमे मेरे परिचित/ मित्र भी शामिल हैं मगर मुझे पहले ज्ञात नही हुआ था।
Huleshwar Joshi
Duty : IGP Office Durg Range Durg
Res : Sector 27, Naya Raipur, Chhattisgarh
Mobile 94060-03006/94791-90018
मृतशरीर को जलाना/दफनाया जाना केवल रूढ़िवादी परम्परा है, आओ अंगदान करें। 5 से 10 लोगों को जीवन / बेहतर जीवन प्रदान करें। यदि आपमें वास्तविक #मानवसेवा की भावना जागृत हो जाए और #मानवधर्म को स्वीकारने लगें, तो वर्तमान परिदृश्य में आपको ज्ञात हो जाएगा कि पूर्ण #मृतशरीर का #दाहसंस्कारअथवा मृतशरीर को #दफ़नाना केवल #रूढ़िवादी परंपरा हो चुकी है। फिर आप अवश्य ही, मृत्यु पश्चात #अंगदान का संकल्प लेंगे।
किसी ने कहा "अंगदान कर लिए अच्छी बात, अब इसका प्रचार करके महान बनना चाहते हो?"
मैंने कहा, रूढ़िवादी परंपरा को समाप्त कर रहा हूँ वैसे मेरे आसपास के लोगों को ज्ञात होना चाहिए ताकि मेरे मृत्यु की सूचना परिवार से पहले NOTTO (चिकित्सा विभाग) को दे सकें।